PLEASE THINK OVER LAST DAY .
C A Shah D J
USA
----- Forwarded Message -----
From: CA. DEEP KUMAR JAIN <deepjainca@gmail.com>
To: Deveinder Arora <dvndr_arora@yahoo.com>
Sent: Thursday, 6 December 2012 1:12 AM
Subject: Fw: PLEASE THINK...........
From: CA. DEEP KUMAR JAIN <deepjainca@gmail.com>
To: Deveinder Arora <dvndr_arora@yahoo.com>
Sent: Thursday, 6 December 2012 1:12 AM
Subject: Fw: PLEASE THINK...........
दोस्तों,
अब तक हम और आप , विभिन उम्मीदवारों की बहुत सारी पार्टीज में गए होंगे, कुछ में दिल से, कुछ में मजबूरी से। कुछ पार्टीज में आपने लज़ीज़ व्यंजनों का लुत्फ़ उठाया होगा, तो कुछ पार्टीज में, सोमरस का आनंद भी लिया होगा। आप और हम तो चाहते हैं , की काश ऐसे चुनाव रोज रोज हों, ताकि पार्टीज का लुत्फ उठाया जा सके ।
जरा पूछिए इन उम्मीदवारों के दिल से, इन्हें आप तक पहुँचने के किये क्या क्या नहीं करना पड़ता, कितनी महनत करनी पड़ती है ....... ...........ईमेल से लेकर , स.म.स.,कॉल सेंटर द्वारा ,डाक द्वारा ,और डिनर,कॉकटेल की पार्टीज...... जिस भी साधन से आप के पास पहुंचा जा सकता है, पहुँचने की पूरी कोशिश की जाती है । काम काज ना कर पाने की वजह से जो नुक्सान होता है, सो अलग .................. हम अपनी परेशानी की तो बात कर ही नहीं रहे , जो हमें चुनाव प्रचार के दौरान होती है ................
इस सारी कवायद के बाद कुछ ऐसे सवाल हैं , जिनका जवाब हमें और आपको तलाशना ही होगा ....जिनके बारे में सोचना ही होगा ................................
1. क्या आपने कभी सोचा है, इन उम्मीदवारों को इतनी भाग्दोड़ और इतना आर्थिक बोझ, क्यों उठाना पड़ता है? क्या मौजूदा चुनाव प्रक्रिया में कोई दोष है? .....
क्या इंस्टिट्यूट के द्वारा इन उम्मीदवारों को एक कॉमन प्लेटफार्म नहीं दिया जा सकता ......जहाँ से सारे उम्मीदवारों की बहस करवाई जा सके की आखिर वोह चुनाव क्यों लड़ना चाहते हैं और प्रोफेशन की बेहतरी के लिए उनकी क्या दूरदर्शिता है.............आज हर चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास कम्युनिकेशन के बेहतर साधन उपलब्ध हैं और वह अपने ऑफिस में ही इस लाइव बहस को देख और सुन सकता है , और अपने उम्मेदवार का चुनाव कर सकता है ........क्या इससे समय और पैसा दोनों की बर्बादी नहीं रुकेगी......क्या हम लोग पढ़े लिखे विवेक वाले नहीं हैं , जो इस तरह के चुनाव प्रचार से अपने उम्मीदवारों को चुन ना सकें।..............
2. अगर मोजूदा उम्मीदवारों की लिस्ट पर नज़र दौड़ाई जाये तो ज्ञात होगा , कुछ उम्मेदवार सालों से चुनाव लड़ रहे हैं.......दोस्तों अगर लाइव बहस करवाई जाए तभी आपको ज्ञात हो सकेगा की विगत सालों में उनका प्रोफेशन के लिए क्या योगदान रहा है ......और हर बार हमें उन्हें क्यों चुनना चहिये। मौजूदा लिस्ट में कुछ उम्मेदवार अच्छे शिक्षाविद हैं और कुछ में नेतृत्व के अच्छे गुण हैं ..................आज हमें प्रोफेशन की बेहतरी और गिरती हुई साख को बचाने के लिए इन दोनों की ही जरूरत है .......इसलिए अगर आप अपने मताधिकार का प्रयोग करते समय इन दोनों बातों का विशेष धयान रखेंगे तो न केवल आप अपने भविष्य को सुरक्षित रख पाएंगे अपितु आने वाली पीदियों को भी एक उज्जवल भविष्य देकर जायेंगे............
अंत में जो भी इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं , उनसे नम्र निवेदन है , एक तो संकल्प करें, कर्त्तव्य समझकर आप अपना वोट डालने जरूर जायेंगे और दूसरा आप अपना वोट केवल योग्य उम्मेदवार को ही देंगे , अगर आप की प्राथमिकता में एक से ज्यादा उम्मेदवार योग्यता की कसौटी पर खरा उतरता है तो आप अपनी अगली प्राथमिकता (PREFERENCE ) दुसरे उम्मेदवार को जरूर दें .....हमारी वर्तमान चुनाव प्रणाली में हर प्राथमिकता (PREFERENCE) की काफी अहमियत है............................
अगर आप मेरे इन विचारों से सहमत हैं तो कृपा अपने ज्यादा से ज्यादा दोस्तों के साथ शेयर करें .....................
धन्यवाद् सहित.............
सी ऐ दीप जैन
फरीदाबाद
9810405767
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